अखिलेश यादव इन हिंदी:अखिलेश यादव बायोग्राफी

युवा समाजवादी विचारधारा के अग्रणी नेता समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिनको उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारतवर्ष में मॉडर्न नेता के रूप में जाना जाता है। अखिलेश यादव टि्वटर समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म की मदद से जनता से संवाद करते रहते हैं तथा देश व प्रदेश में घटित होने वाली घटनाओं व समस्याओं को इन आधुनिक मंचों पर प्रमुखता से उठाते रहते हैं।अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश के अलावा समस्त भारत के सामने अपनी मॉडर्न योजनाओं जैसे लैपटॉप वितरण, आगरा एक्सप्रेसवे,पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोमती रिवर फ्रंट, लखनऊ में इंटरनेशनल स्टेडियम एवं सैकड़ों अन्य योजनाओं को लागू करके एक मिसाल कायम किया था।अखिलेश यादव इन हिंदी के अनुसार

माननीय श्री मुलायम सिंह यादव जी के बाद अखिलेश उत्तर प्रदेश के यादवों के निर्विवादित सर्वोच्च नेता है ये अक्सर उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत के पिछड़े एवं दलित समाज के मुद्दों को सदन एवं टि्वटर पर प्रमुखता से उठाते रहते हैं। इनको मिस्टर कूल के नाम से भी जाना जाता है शालीनता की प्रतिमूर्ति होने के बावजूद अखिलेश यादव बीजेपी व अन्य दलों केकार्यकर्तओं की नजर में हमेशा चुभते रहते हैं।इसलिए वो इन्हें अखिलेश यादव टीपू एवं अखिलेश यादव टोटी चोर के नाम से सम्बोधित करके इनका मजाक उड़ाते रहते हैं।अखिलेश के जीवन के सभी पहलुओं पर रोशनी डालने के लिए हम इस ब्लॉग पोस्ट का लेखन कर रहे हैं।

अखिलेश यादव इमेज:अखिलेश यादव इन हिंदी

पोस्ट के माध्यम से हम अपने सभी पाठक साथियों को उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, पारिवारिक जीवन ,उनके राजनैतिक सफर, उपलब्धियां एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव के विकास कार्य एवं उन पर लगने वाले आरोपों से आप सबको सरल भाषा में पूरे विस्तार से बताएंगे। एक तरह से कहा जाए तो अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री के संपूर्ण जीवन को आप सबके सामने रखने का प्रयास करेंगे। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको किसी अन्य जगह भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, तो आइए आगे बढ़ते हैं और समझते हैं माननीय अखिलेश यादव के संपूर्ण जीवन को।

अखिलेश यादव का इतिहास:अखिलेश यादव का परिवार

अखिलेश यादव का प्रारंभिक जीवन

अखिलेश yadav का जन्म 1973 में इटावा के सैफई गांव में भारत के पूर्व रक्षा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक माननीय श्री मुलायम सिंह जी के घर पर हुआ था।अखिलेश यादव की मां का नाम मालती देवी था जिनकी मृत्यु सन 2003 में हो गई थी इनकी एक सौतेली मां भी थी जिनकी अभी 2022 में मृत्यु हुई है जिनका नाम साधना गुप्ता था। इनके एक सौतेली भाई भी हैं जिनका नाम प्रतीक यादव है जो पेशे से एक व्यवसाई हैं।(1)अखिलेश सपा अध्यक्ष की प्रारंभिक शिक्षा धौलपुर आर्मी स्कूल राजस्थान में हुई है। उसके बाद अपनी आगे की पढ़ाई को पूरा करने के लिए यह मैसूर चले गए जहां पर उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री सिविल इंजीनियरिंग कि अपनी पढ़ाई पूरी की।

भारत में अपनी पढ़ाई को पूरा करने के बाद अखिलेश यादव और आगे भी पढ़ना चाहते थे इसीलिए उन्होंने अपने आगे की पढ़ाई को पूरा करने के लिए सिडनी ऑस्ट्रेलिया का चुनाव किया। सिडनी में रहकर अखिलेश जी ने मास्टर डिग्री पर्यावरण इंजीनियरिंग की अपनी पढ़ाई को पूरा करके डिग्री प्राप्त की। इन्होंने विदेश में रहकर शिक्षा के महत्व को काफी अच्छे से समझ लिया था।इसीलिए उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव शिक्षा के स्तर को और बेहतर से बेहतर करने के लिए हमेशा प्रयासरत दिखाई देते रहे हैं।

सिडनी से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद डिंपल यादव से अखिलेश यादव शादी करना चाहते थे।लेकिन सुनने में आता है कि इनके पिता श्री मुलायम सिंह यादव जी इस शादी के खिलाफ थे। क्योंकि डिंपल की कास्ट( जाति) मुलायम सिंह की जाति से अलग थी। किंतु अमर सिंह एवं अन्य करीबियों के समझाने के बाद मुलायम सिंह यादव जी ने इस शादी के लिए हां कर दी और 24 नवंबर 1999 को अखिलेश यादव की शादी डिंपल यादव से करवा दी। अखिलेश यादव और डिंपल यादव दो पुत्रियों एवं एक पुत्र के माता पिता भी हैं जिनका नाम क्रमसा आदिति यादव टीना यादव(पुत्री) एवं अर्जुन यादव(पुत्र) हैं।

ये भी पढ़ें-

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कहानी

अखिलेश यादव बायोग्राफी इन हिंदी/राजनैतिक सफर

सिडनी से इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के बाद अखिलेश यादव भारत वापस आ गए।इनकी रूचि राजनीति में बढ़ रही थी वे समाजवादी विचारधारा के साथ सिडनी में प्राप्त अपने अनुभव एवं वहां के जैसे विकास को उत्तर प्रदेश सहित समस्त भारत की जनता से परिचित कराने के अपने दृढ़ संकल्प के साथ अपने पिता श्री मुलायम सिंह यादव जी से राजनीति की बेसिक शिक्षा प्राप्त करके सन 2012 में कन्नौज में होंने वाले लोकसभा के उपचुनाव में सहभागिता करते हुए अखिलेश यादव चुनाव मैदान में उतर गए। कन्नौज की जनता ने माननीय श्री मुलायम सिंह यादव जी का मान रखते हुए इन्हें 13 वीं लोकसभा के लिए चुन लिया। जिसके परिणाम स्वरूप अखिलेश यादव कन्नौज के सबसे कम उम्र के सांसद बन गए।

कन्नौज से सांसद बन जाने के बाद अब अखिलेश यादव के पास अपने सपनों को साकार रूप देने का अच्छा मौका मिल गया था।इन्होंने कन्नौज को मॉडर्न रूप देने के लिए अपनी सांसद निधि का अच्छे से इस्तेमाल करने के साथ-साथ कन्नौज के विकास के लिए संसद में हमेशा ये आवाज उठाते रहे उनके इन्हीं गुणों के कारण कन्नौज की जनता अखिलेश यादव को 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीता कर लगातार संसद भवन भेजती रही।

अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री बनें

सन 2012 में उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा चुनाव होने जा रहे थे जिसमें अखिलेश यादव पोस्टर बॉय बनकर उभरे थे। अखिलेश यादव यूपी चुनाव में अहम भूमिका निभाने के लिए अपने नौजवान साथियों के संग चुनाव प्रचार में जुट गए और पूरे उत्तर प्रदेश भर में साइकिल यात्रा निकालकर जमकर मेहनत किया। पूरे चुनाव में अखिलेश यादव यात्रा करते हुए समाजवादी पार्टी का प्रचार प्रसार करते रहे। जिसके कारण युवा वर्ग का झुकाव समाजवादी पार्टी के तरफ हो गया जहां-जहां अखिलेश यादव रैली करते थे वहां लाखों की भीड़ इकट्ठी हो जाया करती थी।इस चुनाव में समाजवादी पार्टी को इसका भरपूर लाभ मिला और वो पूरे बहुमत से उत्तर प्रदेश की सत्तामें आ गई।

इस चुनाव में समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी बनकर सामने आई थी। अखिलेश यादव की योग्यता को भाँपते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी ने अपनी विरासत को अपने पुत्र के हाथों में सौंप दिया। जिसके फलस्वरूप 10 मार्च 2012 को अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के नेता विधायक दल चुन लिए गए।15 मार्च 2012 को 38 वर्ष की आयु में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के 33 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। अखिलेश यादव भारत में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं।

मुख्यमंत्री रहते हुये अखिलेश यादव के विकास कार्य

उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के कार्यकाल में तीव्र गति से तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ा था क्योंकि इसके लिए उन्होंने बहुत सारी जनहित की योजनाओं को प्रदेश की जनता के लिए लागू किया था। अखिलेश यादव जी को अपने विदेश के अनुभव के बिना पर अच्छी तरह से पता था कि प्रदेश की जनता का उद्धार वर्षों से चल रही योजनाओं के माध्यम से करना संभव नहीं है। इसीलिए उन्होंने बहुत सी आधुनिक मॉडर्न योजनाओं को लागू करने का निश्चय किया। प्रदेश के संयमित विकास के लिए अखिलेश यादव ने बिजली, रोड, शिक्षा,स्वास्थ्य एवं पुलिसिंग के ऊपर खास ध्यान दिया था और उनको बेहतर बनाने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए थे जो इस प्रकार से हैं।

आगरा एक्सप्रेसवे का निर्माण:अखिलेश यादव इन हिंदी

दिल्ली से लखनऊ के बीच में आवागमन एवं माल ढुलाई की समस्याओं को खत्म करने के लिए विदेशों की तर्ज पर अखिलेश यादव आगरा एक्सप्रेसवे का निर्माण करा कर भारत में आधुनिक रोड व्यवस्था स्थापित करने वाले पहले मुख्यमंत्री थे।उनकी इस योजना से लखनऊ और दिल्ली के मध्य में पड़ने वाले क्षेत्रों का विकास दर अचानक से बढ़ने लगा था।लखनऊ दिल्ली के मध्य में पढ़ने वाला क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि के लिए जाना जाता है आगरा एक्सप्रेसवे बन जाने के कारण यहां के लोगों को अपनी उपज देश के अन्य हिस्सों में भेजना काफी आसान और सस्ता हो गया था।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण:अखिलेश यादव इन हिंदी

आगरा एक्सप्रेस वे के बनने से पश्चिमी यूपी के बढ़ते विकास दर को देखकर अखिलेश यादव पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनवाने में जुट गए। इस एक्सप्रेस वे की मदद से बलिया को लखनऊ से कनेक्ट करने की योजना थी।

Leave a Comment

%d bloggers like this: